आशीष गुप्ता खरगोन। शहर में नया बना खरगोन-खंडवा रोड अब लोगों की सुविधा के बजाय परेशानी का कारण बनता जा रहा है। यह रोड अब सिर्फ नाम का “रोड” रह गया है, असल में यह एक “मैकेनिक नगर” में तब्दील हो चुका है। सड़क के दोनों ओर भारी वाहन खड़े कर मरम्मत का काम किया जा रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है।
रोड पर बेतरतीब पार्किंग, दिन-रात चलता मैकेनिक का काम
रोड के दोनों ओर ट्रक, बस और अन्य भारी वाहन बिना किसी नियम के खड़े कर दिए जाते हैं। दिनभर बड़े वाहनों की मरम्मत होती है, तो रात में बसों की धुलाई और पार्किंग का अड्डा बन जाता है। इससे सड़क पर हमेशा जाम जैसी स्थिति बनी रहती है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नए रोड की हालत दिन-ब-दिन खराब
यह रोड कुछ ही महीने पहले बनाया गया था, लेकिन अब इसकी हालत खराब होती जा रही है। भारी वाहनों की ठोका-पीटी और लगातार होने वाले कार्यों की वजह से रोड जगह-जगह से टूटने लगी है। सवाल यह उठता है कि जब यह रोड 24 घंटे व्यस्त रहता है, तो इस पर अवैध पार्किंग और मरम्मत कार्य पर प्रशासन की कोई सख्ती क्यों नहीं है?
स्कूल बसों और यात्री वाहनों को हो रही दिक्कत
इस रोड पर कई स्कूल बसें भी गुजरती हैं, लेकिन सड़क पर खड़े ट्रक और बसों के कारण उनका आवागमन मुश्किल हो गया है। बच्चे और आम राहगीर हर दिन हादसों के खतरे से गुजरते हैं, लेकिन यातायात विभाग और नगर प्रशासन इस समस्या को नजर-अंदाज कर रहा है।
यातायात विभाग का रवैया – सिर्फ आश्वासन!
यातायात विभाग के टीआई रमेश सोलंकी को पहले भी इस गंभीर समस्या से अवगत कराया गया था। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सूत्रों की मानें तो जब से यह रोड बना है, तब से लेकर अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
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कब जागेगा प्रशासन?
समाचार के माध्यम से यह अपील की जाती है कि जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या पर तुरंत ध्यान दें। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन की नींद किसी अनहोनी के बाद ही खुलेगी?