इंदौर: वामपंथी समाजवादी दलों ने एकलव्य गौड़ पर एफआईआर की मांग की

इंदौर। वामपंथी और समाजवादी दलों के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को संभाग आयुक्त, पुलिस कमिश्नर और श्रम आयुक्त से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने भाजपा नेता एकलव्यसिंह गौड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग उठाई।

दलों का आरोप है कि गौड़ ने सितलामाता बाजार के व्यापारियों से मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की बात कही थी। इस बयान के बाद 50 से ज्यादा मुस्लिम कर्मचारी, जो वर्षों से दुकानों में काम कर रहे थे और जिन पर कभी कोई आरोप नहीं था, उन्हें धर्म के आधार पर निकाल दिया गया। इतना ही नहीं, कुछ मुस्लिम दुकानदारों की दुकानें भी जबरन खाली करवाई गईं।

प्रतिनिधियों ने इसे संविधान विरोधी कदम और शहर की सांप्रदायिक सद्भावना बिगाड़ने की कोशिश बताया। उन्होंने मांग की कि गौड़ पर कड़ी कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज की जाए और बाजार में लगे “जिहादी मुक्त बाजार” जैसे भड़काऊ पोस्टर तुरंत हटाए जाएं।

इस दौरान भाकपा के रुद्रपाल यादव, समाजवादी पार्टी के रामस्वरूप मंत्री, माकपा के अरुण चौहान, कैलाश लिंबोदिया, भागीरथ कछवाय, सी.एल. सर्रावत, एसयूसीआई के प्रमोद नामदेव, प्रगतिशील लेखक संघ के विनीत तिवारी और असंगठित कामगार संघ के राहुल निहुरे मौजूद रहे।

प्रतिनिधियों का कहना है कि संविधान सभी नागरिकों को धर्म, जाति और भाषा से परे समान रोजगार और व्यवसाय का अधिकार देता है। ऐसे भेदभावपूर्ण बयान न सिर्फ संविधान विरोधी हैं बल्कि शहर की शांति और भाईचारे के लिए गंभीर खतरा हैं।

वामपंथी समाजवादी दलों ने घोषणा की है कि 2 अक्टूबर को गांधी प्रतिमा पर धरना दिया जाएगा और शहर की अस्मिता व साम्प्रदायिक सौहार्द की रक्षा के लिए संकल्प लिया जाएगा।