बड़वाह नपा ने सी.सी. रोड़ के जॉइंट्स पर बिना डॉवेल बार लगाए बना दिया करोड़ों का कंक्रीट रोड़, मामले की शिकायत नगरीय प्रशासन और विकास विभाग इंदौर के कार्यपालन यंत्री को की गईं - Dainik Dhruv Vani

बड़वाह नपा ने सी.सी. रोड़ के जॉइंट्स पर बिना डॉवेल बार लगाए बना दिया करोड़ों का कंक्रीट रोड़, मामले की शिकायत नगरीय प्रशासन और विकास विभाग इंदौर के कार्यपालन यंत्री को की गईं

बड़वाह
चित्र 1- बनाया गया सी.सी. रोड़ जिसमे स्पस्ट नजर आ रहा है सड़क के जॉइंट पर डॉवेल बार नहीं लगाया गया हैं।

बड़वाह। स्थानीय नगर पालिका परिषद द्वारा नगर का इंदौर-खंडवा मार्ग पर NHAI से लिए गए रोड़ पर इंदौर नाके से पुरानी जनपद तक सड़क के दोनों ओर कच्चे रोड़ पर 2.59 करोड़ रुपये की लागत से सी.सी. रोड़ (कंक्रीट रोड़) बनाया जा रहा है, इस मार्ग को परिषद के द्वारा कच्चा होने के कारण कीचड़ होने का हवाला देकर विशेष निधी मद अंतर्गत बनाया जा रहा है।

तथा इस रोड़ को तकनीकी स्वीकृति के अनुसार नही बनाया जाने और इस कंक्रीट रोड़ में जॉइंट्स पर डॉवेल बार भी नही लगाए गए है, जिसकी शिकायत माननीय ओमप्रकाश कीवे द्वारा नगरीय प्रशासन और विकास विभाग इंदौर के कार्यपालन यंत्री को की गईं है।

शिकायत मे कहा गया है कि इस रोड़ के बनाने वाले ठेकेदार के भुगतान पर तत्काल रोक लगाई जावे और इसकी उच्चस्तरीय जाँच भी की जावे। दूसरी और एक रिट पिटीशन भी माननीय उच्च न्यायलय इंदौर मे भी दायर की है जिसमे नपा से जवाब तलब किया गया है।

सी.सी. रोड़
चित्र-2

मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार ओमप्रकाश कीवे द्वारा नगर पालिका परिषद बड़वाह के द्वारा विशेष निधि मद अंतर्गत इन्दौर-इच्छापुर हाईवे पर नगर बड़वाह में स्थित इन्दौर नाका से पुरानी जनपद ऑफिस तक रोड़ के दोनो ओर सी.सी. रोड़ का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं, जिसकी लागत लगभग 259 लाख रूपये है।

कंक्रीट रोड़
चित्र-3

इस सम्पूर्ण कार्य की तकनिकी स्वीकृति हेतु परिषद द्वारा अपने पत्र मे बिंदु क्रमांक (11) में इस रोड़ को विवाद रहित होने की बात कही है जो की बिल्कुल असत्य है। नपा द्वारा बनाया जा रहे इस मार्ग को बिना किसी विधि अनुसार सर्वें के इसकी चौड़ाई एक तरफ 8 मीटर और दूसरी तरफ 5 मीटर पर सीसी रोड़ बनाए जाने की डीपीआर/एस्टीमेट बनाकर तकनीकी स्वीकृति ली गईं है, जो अनुचित है।

श्री कीवे ने बताया की इस 8 मीटर की चौड़ाई के बीच रजिस्ट्रीकृत प्रतिष्ठान और भवन आ रहें है। नगर पालिका द्वारा यदि इस रोड़ को चौड़ा किया जाना था तो फिर पहले इन मकान और प्रतिष्ठान को नियमानुसार अधिग्रहण कर मुआवजा राशि दी जाने की कार्यवाही करना चाहिए था जबकि ऐसा नही किया गया है।

नगर पालिका परिषद द्वारा बनाये गये इस मार्ग के चौड़ीकरण में नियमों और विधि अनुसार कार्य नही कर इस मार्ग पर नगर में बने रहवासी मकान, दुकान और मार्केट जो कि रजिस्ट्रीयुक्त होकर नगर पालिका परिषद से नियमानुसार एवं विधि अनुसार निर्माण की स्वीकृति लेकर ही बनाये गये है, और इस तरह इन रजिस्ट्रीयोंयुक्त भवन स्वामियों को बिना कोई वैधानिक आधार बताये अवैधानिक नियमों के तहत आर्थिक, साम्पत्तिक तौर पर परेशान किया जा रहा है।

तलघर की दुकानों के सामने उठाई गई दीवार

यहां सी.सी. रोड़ बनाने के नाम पर दस्साणी मार्केट के तलघर की दुकानों के सामने, बिना दुकानदारो की स्वीकृति या बगैर सूचना-पत्र दिये खुले (ओपन) तलघर में दीवार उठाकर (निर्माण कर) तलघर में स्थित दुकानों में आवागमन के एक बिन्दू रास्ता को भी बंद कर दिया गया है, और अवैधानिक दीवार उठाने से यहां स्थित दुकानों की प्राकृतिक हवा, पानी व प्रकाश भी बनाई गई इस दीवार से बन्द हो गये हैं।

इस मामले की रिट भी माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ इन्दौर में लगाई गई है जिसमें नगर पालिका परिषद बड़वाह को सूचना-पत्र भी जारी किया गया है। इस शिकायत पत्र मे यह भी विशेष तोर पर कहा गया है कि जिन 10 बिन्दुओं के आधार पर तकनिकी स्वीकृति दी गई है उनका भी उल्लंघन निकाय द्वारा खुले तौर पर किया गया है, साथ ही बनाया जा रहे कंक्रीट रोड़ भी गुणवत्ताहीन ही बनाया जा रहा है, इस सी.सी. रोड़ में जॉइंट्स पर डॉवेल बार का भी उपयोग नहीं किया गया है।

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विशेषतः गौर करने की बात है कि डी.पी.आर. के अनुसार चौड़ाई भी निर्धारित नही है (अर्थात- कहीं कम तो कहीं अधिक चौड़ाई रखी गई है)। अब देखने वाली बात यह है की इस करोड़ों के गुणवत्ता हीन विवादास्पद रोड़ पर नगरीय विकास विभाग क्या कार्यवाही करता है?