नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी को आज एक और बड़ा झटका लगा है. पूर्व रेल मंत्री और पार्टी के राज्य सभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया. पिछले कुछ दिनों में शुभेंदु अधिकारी समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं ने ममता को अलविदा कहा है. राज्यसभा में अपने इस्तीफ़े का ऐलान करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में हो रही हिंसा के चलते उनका पार्टी में दम घुट रहा है.
दिनेश त्रिवेदी के इस बयान पर टीएमसी ने पलटवार किया है. राज्यसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर रॉय ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए पूछा कि उन्हें घुटन का एहसास कब हुआ. त्रिवेदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी दिनेश त्रिवेदी को जब ममता बनर्जी ने राज्यसभा की सदस्यता देने का फ़ैसला किया तब उनका घुटन कहां गया था?
सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि तृणमूल का अर्थ होता है- ज़मीन से जुड़ा हुआ और जल्द ही त्रिवेदी की जगह पार्टी से जुड़े किसी कार्यकर्ता को राज्यसभा भेजा जाएगा. कयास लग रहे हैं कि अब जल्द ही दिनेश त्रिवेदी कई अन्य टीएमसी नेताओं की तरह बीजेपी का थमन थमने वाले हैं. इसका इशारा सुखेंदु शेखर रॉय ने भी किया.
सुखेंदु शेखर रॉय उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में ऐसा कई नेताओं ने किया है और दिनेश त्रिवेदी को भी शायद बीजेपी से कोई ऑफर आया होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जाएंगे या नहीं, इसका जवाब वही दे सकते हैं. हालांकि, सुखेंदु रॉय ने इस बात पर सवाल उठाया कि जब राज्यसभा में बजट पर चर्चा चल रही थी तो दिनेश त्रिवेदी को अपनी बात रखने का मौक़ा कैसे मिल गया.
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