हर बूथ बिल्वपत्र हर घर गंगा जल अभियान का प्रथम चरण शुरू

Swami Awadheshanand Giri

महेश्वर। परम पूज्य गुरुदेव प्रातः स्मरणीय जूनापीठाधीश्वर अनंतश्री विभूषित आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज Swami Awadheshanand Giri की प्रेरणा से सावन के पावन मास में निमाड़ के महेश्वर क्षेत्र में लगभग 300 केंद्रों पर वृहद स्तर पर वृक्षा रोपण से जीवनदायिनी मां नर्मदा का प्रवाह भी निरंतरता में वृद्धि प्राप्त करेगा इसी उद्देश्य से बिल्व पत्र के पौधों का रोपण किया जाना है ।

कृष्णकांत ” नर्मदे हर ” ने बताया कि “हर बूथ बिल्वपत्र ”
“हर घर गंगा जल ” अभियान के तहत प्रथम वर्ष अगले सोमवार से भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री कृष्ण मुरारी मोघे जी एवं जिलाध्यक्ष श्री राजेन्द्र राठौड़  के साथ स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं सामाजिक संगठनों तथा समाजसेवी प्रबुद्ध जनो की उपस्थिति में हर बूथ बिल्वपत्र अभियान की शुरुवात की जाएगी।

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इसी कड़ी में अगले वर्ष “हर घर गंगा जल” महाअभियान अन्तर्गत प्रत्येक घर में गंगा जल विराजित होगा।
अभी प्रत्येक गांव में 1 बिल्वपत्र का पौधा स्वयं शिवालय में रोपित करेंगे यदि किसी शिवालय में पहले से बिल्वपत्र का पेड़ मौजूद रहा तो प्रत्येक बूथ पर पौधा रोपा जाएगा बाकी 10 पौधे जो भी ग्रामीण जन पौधे को वृक्ष बनाने तक उसकी देखभाल करने की शपथ लेंगे उन्हें सार्वजनिक रूप से ग्राम वासियों की उपस्थिति में बिल्वपत्र दिया जाएगा।

निमाड़ महासंघ ऐसे समस्त बेल पत्र ग्रहण करने वाले व्यक्तियों का विवरण अपने पास रखेगा और वर्षा काल समाप्त होने पर ग्रीष्म आदि ऋतु में पौधो की देख भाल के लिए दूरभाष से संपर्क करके बिल्वपत्र के पौधे को वृक्ष बनाने , उसकी सुरक्षा एवं देखभाल हेतु स्मरण करवाते रहेंगे।

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बिल्वपत्र के साथ ही जिन शिवालयों में त्रिवेणी नहीं है ऐसे 51 शिवालयों में त्रिवेणियां भी रोपित की जाएगी।
पिछले कुछ समय में कोरोना महामारी के दौरान जो ऑक्सीजन वातावरण से ली गई है उसकी भरपाई के उद्देश्य से पर्यावरण के पारिस्थितिक तंत्र को असंतुलित होने से बचाना भी मानव का धर्म है ।

बिल्व पत्र का धार्मिक,पौराणिक और वैज्ञानिक महत्व भी है।बिल्व पत्र शिव के ही सामान वायुमंडल में विद्यमान सबसे विषैली गैस को ग्रहण कर शुद्ध करता है।यह भगवान शिव का सबसे प्रिय पत्र माना जाता है।