SAHARA INDIA UPDATE : सहारा के निवेशकों को मिलेगा पैसा वापस, जानिए क्या करें, अगर आपका पैसा भी सहारा इंडिया में लंबे समय से फंसा हुआ है तो आपको ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए. SAHARA INDIA में बहूत सारे लोगों का पैसा अटका हुआ है।
SAHARA INDIA UPDATE : सरकार भी निवेशकों का पैसा वापस दिलाने की कोशिश कर रही है. सहारा इंडिया की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण में कहा गया कि उसने निवेशकों के 25 हजार करोड़ रुपये भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास जमा कराए हैं।
निवेशकों ने निकाला मार्च
SAHARA INDIA UPDATE : सेबी द्वारा सहारा से 25 हजार करोड़ रुपये रोके जाने के विरोध में सहारा इंडिया परिवार के निवेशकों और कर्मचारियों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने मार्च निकाला और जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया. यह नाराजगी निवेशकों और कर्मचारियों में सेबी के खिलाफ थी।
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एक बयान के अनुसार, भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने बस्सी चौक से सेबी के क्षेत्रीय कार्यालय तक मार्च निकाला और तत्काल कार्रवाई के लिए सेबी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
अब तक 125 करोड़ का रिफंड
ज्ञापन के अनुसार, सहारा इंडिया ने अपने निवेशकों को राशि लौटाने के लिए 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक ब्याज सहित सेबी के पास जमा कराए हैं। सेबी ने लोकसभा में यह भी माना है।
कि उसने चार बार क्षेत्रीय और राष्ट्रीय समाचार पत्रों में विज्ञापनों के माध्यम से इसकी जानकारी दी है, और पिछले 9 वर्षों में निवेशकों को 125 करोड़ रुपये लौटाए हैं।
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मामले पर डॉ मीणा का बयान
डॉ मीणा ने कहा, “सेबी ने सहारा के 25,000 करोड़ रुपये रोके हैं और पिछले 9 वर्षों में कुछ भी नहीं किया है। यह अप्रयुक्त धन न केवल करोड़ों निवेशकों को उनकी गाढ़ी कमाई से वंचित कर रहा है,
बल्कि सहारा के 14 लाख कर्मचारियों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। विभिन्न स्तरों पर उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मैं इस मामले को वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के सामने उठाऊंगा।
डेटा का पता नहीं लगाया जा रहा है
गौरतलब है कि इससे पहले सहारा इंडिया ने विभिन्न अखबारों में विज्ञापनों के जरिए बात की थी। इस विज्ञापन में सहारा ने सेबी पर निवेशकों के 25,000 करोड़ रुपये रखने का आरोप लगाया था. सहारा ने पत्र में लिखा था कि वह (सहारा) भी सेबी से पीड़ित हैं।
हमें दौड़ने के लिए कहा जाता है लेकिन हमें जंजीरों में बांधकर रखा जाता है। सेबी की ओर से यह भी बताया गया कि दस्तावेजों और रिकॉर्ड में निवेशकों का डेटा ट्रेस नहीं हो रहा है।