मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण कारम नदी पर बना डैम टूट गया है. इस वजह से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। राज्य के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. मरम्मत कार्य में विशेषज्ञों की टीम लगी हुई है।
मध्य प्रदेश के धार जिले की धर्मपुरी तहसील में करम नदी पर मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत बन रहे बांध में लीकेज के बाद से पानी का रिसाव बढ़ रहा है. सरकारी सूत्रों के अनुसार बांध के दाहिने हिस्से के बीच में डाउन स्ट्रीम की मिट्टी खिसकने से बांध को खतरा पैदा हो गया है. और यह स्थिति शुक्रवार सुबह की है. मिट्टी के बांध की दीवार का एक बड़ा हिस्सा ढह गया।
कारम नदी डैम लंबाई 590 मीटर और ऊंचाई 52 मीटर है और वर्तमान में बांध में 15 एमसीएम पानी जमा है. मौके की तात्कालिकता को देखते हुए क्षेत्र के तमाम वरिष्ठ अधिकारी बांध के आसपास कैंप लगा रहे हैं. एहतियात के तौर पर धार जिले के 12 गांवों और खरगोन जिले के 6 गांवों को खाली कराकर राहत शिविरों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
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एनडीआरएफ की टीम और एसडीईआरएफ की धार और इंदौर की टीम मौके पर बचाव कार्य के लिए तैयार है. इतना ही नहीं, वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर और सेना की एक कंपनी को स्टैंड-बाय पर रखा गया है, जो जरूरत पड़ने पर इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें. जल संसाधन विभाग द्वारा बांध को सुरक्षित रखने का काम किया जा रहा है।
Authorities in Dhar have directed people residing in 12 villages to vacate their houses and 6 villages in Khargone and move to safety after it was found that the seepage of water from an under-construction dam has increased @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/4SQ5P92mWK
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 12, 2022
उधर इंदौर और भोपाल से विशेषज्ञों की टीम बांध का निरीक्षण करने पहुंच गई है. बांध का पानी निकालने के लिए गेट खोलने की तैयारी की जा रही है। साथ ही मरम्मत का काम भी जोरों पर चल रहा है। सेना के 200 जवान धार के करम बांध स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
एनडीआरएफ डीजी द्वारा एसीएस होम को सूचित किया गया है कि एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीमों को बचाव सामग्री के साथ दिल्ली से धामनोद भेजा जा रहा है. एनडीआरएफ की प्रत्येक टीम में 30-35 प्रशिक्षित बचावकर्मी होते हैं। प्रदेश के अन्य जिलों से एसडीईआरएफ की 8 अतिरिक्त टीमें और भोपाल से डीजी एचजी रिजर्व भी भेजी गई हैं।
वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर फिलहाल स्टैंडबाय पर रखे गए हैं। इंदौर संभाग और धार जिले के सभी संबंधित उच्च अधिकारी रात में धामनोद और बांध स्थल पर रुकेंगे और बचाव कार्य की लगातार निगरानी करेंगे, धार जिले में करम नदी पर 304.44 करोड़ रुपये की लागत से बांध बनाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट पर पिछले चार साल से काम चल रहा है।
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