मध्यप्रदेश। पन्ना में फिर मजदूरों को बेश-कीमती तीन हीरे मिले हैं। पन्ना की जरुआपुर उथली खदान में 7.52 कैरेट के यह हीरे 3 पीस में मिले हैं। इन तीनों हीरों की कीमत करीब 10 लाख रुपए आंकी गई है।
यह हीरे पन्ना हीरा कार्यालय में जमा किए गए हैं। ग्राम जरुआपुर निवासी सुबल सरकार पिता राधाकांत सरकार को हीरा कार्यालय से निजी क्षेत्र ग्राम जरुआपुर में हीरा उत्खनन के लिए 15 मई से 31 दिसंबर तक के लिए 8 गुणा 8 मीटर का पट्टा दिया गया था
पन्ना में फिर मजदूरों को बेशकीमती तीन हीरा मिले हैं। पन्ना की जरुआपुर उथली खदान में 7.52 कैरेट के यह हीरे 3 पीस में मिले हैं। इन तीनों हीरों की कीमत करीब 10 लाख रुपए आंकी गई है। यह हीरे पन्ना हीरा कार्यालय में जमा किए गए हैं।
ग्राम जरुआपुर निवासी सुबल सरकार पिता राधाकांत सरकार को हीरा कार्यालय से निजी क्षेत्र ग्राम जरुआपुर में हीरा उत्खनन के लिए 15 मई से 31 दिसंबर तक के लिए 8 गुणा 8 मीटर का पट्टा दिया गया था।
हीरा मिलने से खुश मजदूर सुबल सरकार ने बताया कि 2 माह की कड़ी मेहनत के बाद यह 3 हीरे मिले हैं। जिन्हें हीरा कार्यालय में जमा कर दिया है। उसने बताया कि इस खदान में उसके अलावा 5 अन्य साथी भी पार्टनर हैं, हीरा नीलामी में जो रकम मिलेगी उसे बराबर- बराबर बांट लेंगे। कोई अच्छा सा धंधा करेंगे।
पट्टाधारी सुबल सरकार ने बताया कि उसके नाम खदान की लीज मिली थी। यह लीज जरुआपुर के रंजीत के निजी खेत की मिली थी। खदान में मिले हीरों की नीलामी से जो रकम मिलेगी पहले से तय अनुबंध के मुताबिक उसका 20 फीसदी खेत मालिक रंजीत को दिया जाएगा।
इस खदान में सुबल सरकार ने जरुआ पुर के मजदूर प्रकाश मजूमदार, संजय अधिकारी को शामिल किया। इनके अलावा पन्ना के छोटे किराना दुकानदार राकेश गुप्ता, दुकानदार याकूब खान और किसान राकेश तिवारी को भी पार्टनर बना लिया था।
सुबल के अनुसार नीलामी में मिली रकम का 20 फीसदी खेत मालिक को देने के बाद जो रकम बचेगी उसमें हम 6 लोग आपस में बटवारा कर लेंगे।
यह भी पढ़ें: फीस भरने के लिए छात्रा ने चुराया डिटेक्टिव का मोबाइल, पकड़ने के बाद डिटेक्टिव ने किया ये