Jammu and Kashmir: पिछले सप्ताह कुपवाड़ा में खुद पर फर्जी आतंकी हमले का नाटक करने वाले बीजेपी के दो नेताओं और उनके दो पीएसओ personal security officers (PSOs) को जम्मू कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि दोनों नेता सुरक्षा बढ़ाने के उद्येश्य से खुद पर ही आतंकी हमले का नाटक किया.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक कुपवाड़ा में बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज इशफाक अहमद मीर ने पार्टी के जिला प्रवक्ता बशारत अहमद और पीएसओ के साथ मिलीभगत कर खुद पर फर्जी हमला करवाया. इस पूरे मामले पर बीजेपी ने कहा है कि पार्टी ने इशफाक के पिता मोहम्मद शफी मीर जो कुपवाड़ा में बीजेपी के जिलाध्यक्ष हैं, को मामले की जांच होने तक निलंबित कर दिया है.
एक-दो दिन में असली सच सामने आएगा
इंडियन एक्सप्रेस को मिली खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है कि अगले एक दो दिन में इस पूरे मामले का असली सच सामने आ जाएगा. पिछले 16 जुलाई को खबर आई थी कि कुपवाड़ा के गुलगाम में इशफाक जब लोगों को राहत बांट रहे थे, तभी उनपर आतंकी हमला हुआ.
इशफाक ने दावा किया था कि इस घटना में उसके हाथ में एक गोली लगी जिसके कारण वह घायल हो गए. जल्दी ही पुलिस ने खुलासा किया कि यह घटना आतंकी हमला नहीं था बल्कि इशफाक के एक पीएसओ और एक अन्य सुरक्षाकर्मियों ने आतंकी हमले की संभावित खतरे के मद्देनजर गलती से गोली चला दी.
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इसके बाद पुलिस दूसरी थ्योरी लेकर आई और कहा कि इशफाक, बशारत और उनके पीएसओ ने मिलीभगत कर आतंकी हमले का नाटक किया था.
पार्टी नेतृत्व का ध्यान अपनी ओर खींचने का असफल प्रयास
Jammu and Kashmir पुलिस ने बताया कि बीजेपी वर्कर ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने और पार्टी नेतृत्व का अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए यह फर्जी नाटक किया था. यहां तक कि इशफाक के हाथ में लगी गोली को कई चरण में प्रबंधित किया गया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी और दो पीएओ को सोमवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया. इसके बाद सभी को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया.
आरोपी के पिता बीजेपी जिलाध्यक्ष पद से निलंबित
मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने इशफाक के पिता मोहम्मद शफी को कुपवाड़ा में बीजेपी के जिलाध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया है. बीजेपी के मीडिया इंचार्ज मंजूर अहमद भट्ट ने बताया, हमने उन्हें जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है.
25 जुलाई तक इसकी जांच पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि उनके बेटे द्वारा फर्जी हमले के नाटक में संदिग्ध भूमिका को देखते हुए ऐसा किया गया. पुलिस जांच कर रही है. जांच पूरी हो जाने के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा.
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