हाइलाइट्स:
- सफाईकर्मियों ने बैंक को सबक सिखाने का निकाला अनोखा तरीका
- बेंकों के मेन गेट पर खाली कर दी कचरे की गाड़ी
- स्ट्रीट वेंडर योजना में बैंकों पर लापरवाही का आरोप
रायसेन
मध्य प्रदेश में रायसेन जिले के बेगमगंज में मंगलवार को अनोखा नजारा देखने को मिला जब चार प्रमुख बैंकों के मुख्य दरवाजों पर नगरपालिका की गाड़ियां कचरा फेंक कर चली गईं। बैंक कर्मचारियों को इस बारे में कुछ पता नहीं था और नगरपालिका के अधिकारी कुछ बता नहीं रहे थे। करीब एक घंटे तक अफरातफरी का माहौल रहने के बाद सफाई कर्मचारी कचरा उठा कर ले गए। तब पता चला कि स्ट्रीट वेंडर योजना में गरीबों को लोन स्वीकृत करने में बैंकों की लापरवाही के चलते सफाईकर्मियों ने सबक सिखाने के लिए यह तरीका अपनाया। हालांकि, नगरपालिका या बैंक के अधिकारी अब भी इस मामले में खुलकर कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं।
वाकया मंगलवार सुबह करीब 10 बजे का है। बेगमगंज में 4 बैंकों के सामने नगर पालिका की कचरा गाड़ी के द्वारा कचरा डालने से हड़कंप मच गया। बैंक कर्मचारी भी यह समझ नहीं पाए कि कचरा क्यों डाला गया है। बैंकों के मुख्य द्वार बंद हो गए और अफरातफरी का माहौल रहा। ग्राहक भी बाहर बैंक खुलने का इंतजार करते रहे।
बैंक के कर्मचारियों ने अधिकारियों को फोन लगाकर शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन कुछ अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। जिन्होंने फोन उठाया, उन्होंने घटना से अनभिज्ञता जाहिर की। फिर बैंककर्मियों ने जिला प्रशासन को घटना से अवगत कराया। करीब 1 घंटे तक चले इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने बैंकों के सामने डाला गया कचरा उठाकर गाड़ियों में भरा और सफाई कर वापस हो गए।
कुछ कर्मचारियों ने दबी जबान से बताया कि शासन की स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत गरीबों को 10 हजार रुपये के लोन स्वीकृत करने का काम एसबीआई,सेंट्रल बैंक, सेंट्रल ग्रामीण बैंक और आई एस आई सी बैंक को दिया गया था, लेकिन उन्होंने लक्ष्य की पूर्ति नहीं की। शासन की ओर से 700 लोगों को लोन देने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन बैंक के कर्मचारी इसमें लापरवाही कर रहे हैं। जब नगर पालिका के कर्मचारी फॉर्म लेकर जाते हैं तो वे अभद्र व्यवहार करते हैं।
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इस संबंध में सीएमओ धीरज शर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई। बैंकों के कर्मचारी भी कुछ भी बताने से बच रहे हैं, लेकिन उन्होंने लापरवाही के आरोपों से इनकार किया। बैंक कर्मचारियों ने दावा किया कि लोन देने के मामले में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए गणतंत्र दिवस पर उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया है। इस संबंध में नगर पालिका के प्रशासक एवं एसडीएम अभिषेक चौरसिया ने कहा कि यह घटना क्यों हुई, इसकी जांच करवाएंगे।