बड़वाह। एक ओर रिमझिम बारिश की फुहार तो दूसरी ओर विघ्नहर्ता भगवान गणेश की स्थापना की तैयारी। शनिवार को घर-घर भगवान गणेश की स्थापना के साथ आराधना का दौर भी शुरू हो गया। सार्वजनिक गणेसोत्सव समिति द्वारा कोरोना महामारी को देखते हुए,
नागेश्वर मंदिर स्थित गायत्री शक्तिपीठ में भगवान गणेश की स्थापना की गई। कोरोना संक्रमण काल में सार्वजनिक गणेशोत्सव एवं दशहरा उत्सव समिति के द्वारा अपने 70वें वर्ष में प्रथम पूज्य देव श्री गणेश की स्थापना को लेकर तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी कर ली गई थी।
समिति संरक्षक अनिल राय, अन्नू तिवारी, रत्नाकर निम्बोरकर, कमल व्यास, अध्यक्ष सुनील नामदेव ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल की वजह से गायत्री शक्ति पीठ में श्री पूजापाठ कर श्री गणेश जी की स्थापना की गई।
इस दौरान केवल समिति के पदाधिकारी हर दिन पूजन-अर्चन करेंगे। समिति के मनीष शर्मा, श्याम रावत, विशाल वर्मा ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों अनुसार आयोजन नहीं होंगे। छोटी प्रतिमा की स्थापना की गई।
मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं की बिक्री ज्यादा…
इस बार पीओपी से बनी गणेश प्रतिमाओं की बिक्री से ज्यादा मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओं की मांग रही। वही शासन के नियमानुसार 2 फिट से ज्यादा प्रतिमाएं बाजार में देखने को नहीं मिली।
अधिकांश लोगों ने छोटी गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की। शनिवार को सुबह से बारिश होती रही, बावजूद इसके बाजार में गणेश प्रतिमाओं को खरीदने सहित अन्य सामग्री लेने के लिए लोगो की चहल-पहल देखने को मिली।
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