मध्य प्रदेश के गुना में किसान दंपत्ति के साथ पुलिस की बर्बरता के बाद एक और दलित से बर्बरता का मामला सामने आया है। यहां शहर की पुरानी गल्ला मंडी में एक दलित युवक को इसलिए पीट दिया क्योंकि उस पर अनाज चोरी का शक था।
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इस मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर शनिवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक की पिटाई करते हुए लोग दिखाई दे रहे है।
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि महूगढ़ा निवासी धर्मेंद्र बाल्मीकि नामक युवक पर अनाज चोरी का शक था, उसे मंडी में मौजूद कुछ लोगों ने पकड़कर जमकर पीट दिया।इतना ही नही पिटाई से धर्मेंद्र बेहोश हो गया,
तो हमलावरों ने उसके गले में तौलिये का फंदा डालकर मंडी में जमीन पर घसीटा।इसके युवक की हालत बिगड़ते देख हमलावर भाग गए।इसके बाद पुलिस ने धर्मेंद्र के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर जेल भेज दिया, जबकि हमलावरों को अज्ञात मानकर केस दर्ज किया।
फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।पुलिस का कहना है कि मारपीट करने वालों की पहचान वायरल वीडियो से की जाएगी। फिर उन पर कार्रवाई करेंगे।
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कांग्रेस ने फिर सरकार को घेरा
इस घटना के बाद एक बार फिर दलित को लेकर कांग्रेस ने सरकार की घेराबंदी की है। एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि सिंधिया के क्षेत्र गुना में एक और दलित के साथ बेरहमी की घटना सामने आई है। दलित को सरेआम पीटा और फिर गले में फंदा डालकर मंडी में घुमाया गया “शवराज चरम पर है”
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के गुना में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों से जमकर पिटाई की थी।किराए की जमीन पर खेती कर रहे किसान पति-पत्नी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया, जिसके बाद इस मामले ने काफी ज्यादा तूल पकड़ लिया था,
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और सियासत गर्मा गई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने घटना को संज्ञान में लेते हुए गुना के कलेक्टर, एसपी और ग्वालियर आईजी को हटा दिया था और उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
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