चीन का एक और झूठ उजागर हुआ है। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, शोध के अनुसार 24 मार्च तक वुहान में 36 हजार लोगों की मौत हो चुकी थी। दूसरी तरफ चीन के अनुसार, तब तक देश में सिर्फ 700 लोगों की मौत हुई। अध्ययन के अनुसार, वुहान में फरवरी के दूसरे सप्ताह तक रोज 800 से दो हजार शवों का अंतिम संस्कार हुआ।
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वुहान में मौतों का असल आंकड़ा 14 गुना से अधिक है। वुहान के 86 श्मशानों के अध्ययन में पता चला कि संक्रमण के दौरान 23 मार्च तक ये लगातार 24 घंटे काम करते रहे। 24 मार्च तक चीन का आंकड़ा तब सिर्फ 2,524 था। इसके मुताबिक, 4,634 की मौत हुई है।
वैज्ञानिकों ने कहा, मार्च अंत तक एक दाह संस्कार स्थल ने पांच हजार अस्थि कलश खरीदे जो 2524 मौतों के आंकड़ों से दोगुना था। इतनी बड़ी संख्या में कलश की खरीदारी चीन की नीयत पर सवाल खड़ा करती है। शोध का आंकड़ा ऊपर नीचे हो सकता है लेकिन सरकारी आंकड़ा सही बिलकुल नहीं हो सकता।
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