हाइलाइट्स:
- देवास जिले की हाटपिपल्या विधानसभा सीट पर उपचुनाव का प्रचार।
- बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित सभा में बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया।
- सिंधिया ने जातिवाद पर साधा निशाना, जनता को बताया अपना धर्म।
- सिंधिया को आई अपनी दादी की याद, 54 साल पुरानी याद करि साँझा
देवास। 15 महीने में नोट की सरकार नोट बनाकर खिसक गई। अब वोट के लिए हाटपिपलिया याद आ रहा है। इन 15 महीनों में विकास का एक भी काम नहीं हुआ। जब मनोज चौधरी काम के लिए जाते थे तो कमलनाथ ने दरवाजा बंद कर दिया।
अब जनता को कमलनाथ और दिग्गी राजा का दरवाजा बंद करना है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सिंगावदा में विशाल आम सभा को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अब जनता को विकास और विनाश में से एक को चुनना है। सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा में जयकार श्रीराम की होती है, जबकि कांग्रेस के अहंकारी नेता अपनी जय जयकार करवाते हैं।
सिंधिया ने आगे कहा कि जो 10 दिन में सीएम बदलने की बात करते थे, उन लोगों ने किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ नहीं कर प्रदेश के किसानों के साथ विश्वासघात किया है।
शिवराज सिंह चौहान ने आते ही किसानों का फसल बीमा करवाया। पीएम किसान सम्मान निधि में 4 हजार रुपए और जोड़कर पूरे 10 हजार रुपए किसानों को दिया। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए उनके जन्म स्थान पर भी सवाल किया!
सिंधिया ने कहा वे और शिवराज जी तो मध्यप्रदेश में ही पैदा हुए है पर कमलनाथ बताए वे कहा पैदा हुए हुए है?
जातिवाद पर भी साधा निशाना
सिंधिया ने जातिवाद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि में हॉटपिपल्या के बारे में बहुत सुन रहा हु। यहां समाज नही देखा जाना चाहिए। सिंधिया ने कहा कि ‘मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया हूं पर मेरी कोई जात नहीं है।
यदि मेरा धर्म है तो विकास, प्रगति और मध्यप्रदेश की जनता की सेवा करना ही है।’ गौरतलब है कि विगत कई दिनों से हाटपिपल्या की चुनावी सियासत में जाति फैक्टर दिनों दिन हावी हो रहा है।
दादी को भी किया याद
सिंधिया ने सभा के दौरान अपनी दादी राजमाता सिंधिया को भी याद किया। दरअसल, सिंधिया जिस स्थान पर सभा कर रहे थे। ठीक उसी स्थान पर साल 1968 में 54 साल पहले राजमाता सिंधिया ने भी जनसंघ के समर्थन में सभा सम्बोधित की थी। सिंधिया ने अपने भाषण में इस बात का जिक्र करते हुए लोगों से अपना दिल का रिश्ता बताया।
कमलनाथ और दिग्विजय पर कसा तंज
पहले दिग्गी और कमलनाथ की गद्दार सरकार थी और अब शिवराज की कमाल की सरकार है। इससे पूर्व उन्होंने सिंगावदा गांव के साथ अपना पुराना संबंध बताते हुए कहा कि 1968 में राजमाता विजयाराजे सिंधिया का इस गांव में आगमन हुआ था।
तभी से इस गांव से उनका संबंध है। उन्होंने कहा मेरी कोई जाति नहीं, मेरा धर्म है सिर्फ प्रदेश की जनता की सेवा करना। 2018 में प्रतिस्पर्धा शिवराज सिंह चौहान और मेरे बीच में थी। हमारा दल अलग था, लेकिन सोच एक ही थी,
प्रदेश की जनता का कल्याण और विकास करना। अब हम दोनों एक साथ हैं तो उस तरफ कुछ नहीं बचा। अब उस तरफ एक जोड़ी है, जिसने 40 साल से जनता को चौपट किया। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही यह जोड़ी परदे के पीछे छुप जाती है.
और चुनाव खत्म होते ही एक सीएम तो दूसरे सुपर सीएम बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी भी अभिलाषा थी कि प्रदेश में चौमुखी विकास हो, लेकिन 15 महीने में कमलनाथ और दिग्विजयसिंह ने वल्लभ भवन को भ्रष्टाचार का अड्डा बना डाला। कमलनाथ 15 महीने में एक बार भी जनता के बीच नहीं गए।
उन्होंने कहा जो सरकार जनता से गद्दारी करेगी उसे धूल चटाने का काम ज्योतिरादित्य सिंधिया करेगा। श्री सिंधिया ने क्षेत्र की जनता से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मनोज चौधरी को वोट देकर प्रदेश की सरकार को मजबूत बनाने का अनुरोध किया।
डूब गया जो जहाज अब उसको नहीं तैराना है- मनोज चौधरी
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी मनोज चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो जहाज डूब चुका है अब उसको नहीं तैराना है। उन्होंने कहा सिर्फ सिंधिया के कारण 2003 से लेकर 2018 तक चली सरकार बदली थी।
सिंधिया जी के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया था। वचन नहीं निभाने के कारण सिंधिया जी को सड़क पर आना पड़ा। उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार ने शिवराज सरकार की तमाम जनहितैषी योजनाओं को बंद कर दिया था। यहां तक कि छात्रों को लैपटॉप देना,
संबल योजना और बुजुर्गों के लिए तीर्थ दर्शन योजना भी बंद कर दी गई थी। कमलनाथ सरकार ने गरीबों के साथ अन्याय किया, जिसका फल उन्होंने भुगता। चौधरी ने क्षेत्र की जनता को विश्वास दिलाया कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में क्षेत्र का संपूर्ण विकास होगा।