ग्वालियर। मध्य प्रदेश उपचुनाव की सियासत अपने चरम पर है और एक दिन बाद यानी 3 नवंबर को यहां मतदान होना है लेकिन प्रचार के अंतिम दिन ही डबरा से बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी पर चुनाव आयोग की गाज गिरी है।
चुनाव आयोग ने इमरती देवी के प्रचार पर अगले 24 घंटे के लिए रोक लगा दी है। यानी इमरती देवी रविवार को प्रचार नहीं कर पायेगी। वहीं उपचुनाव के मतदान और आचार संहिता के तहत रविवार तक ही प्रत्याशियों को प्रचार की अनुमति है।
ऐसे में इमरती देवी को प्रचार खत्म होने से एक दिन पहले ही अपना प्रचार अभियान खत्म करना पड़ा है।चुनाव आयोग ने इमरती देवी के प्रचार पर रोक लगाने का यह आदेशउनके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके परिवार पर आपत्तिजनक बयान को लेकर दिये हैं।
इस बयान को लेकर कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। इसके बाद ही चुनाव आयोग ने पहले इमरती देवी को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए नोटिस भेजा था। आयोग ने यह नोटिस 27 अक्टूबर को नोटिस जारी करते हुये 48 घंटे में जवाब तलब किया था।
इस नोटिस के बाद ही आयोग ने यह चुनाव प्रचार पर रोक का फैसला लिया है। इमराती देवी ने कमलनाथ और उनके परिवार पर आपत्तिजन टिप्पणी पूर्व मुख्यमंत्री के उस बयान के बाद की थी जिसमें खुद इमरती देवी को ‘आइटम’ कहा गया था।
कमलनाथ के आइटम वाले बयान के जवाब में इमरती देवी ने कमलनाथ के साथ-साथ उनकी मां और बहन के बारे में आपत्तिजन बयान दिया। मध्य प्रदेश उपचुनाव में ऐसा नहीं है कि कमलनाथ और इमरती देवी ने ही भाषा की मर्यादा का उल्लंघन किया है।
इससे पहले बीजेपी नेता कैलाश वियजवर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ‘चुन्नू-मुन्नू’ कह चुके हैं। कांग्रेस नेता सज्जन सिंह भी कैलाश विजयवर्गीय का चेहरा रावण जैसा और नाक पकौड़े जैसी बता चुके है.
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